gopal agarwal
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लोकतन्त्र के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले दो महानायकों लोकनायक जय प्रकाश नरायन (जन्म 11 अक्टूबर) एवं डा० राममनोहर लोहिया (पुण्यतिथि 12 अक्टूबर) को एक साथ याद करते हुए हमें 1984 (सिख विरोधी दंगें), 1992 (बावरी विध्वंश) एवं 2002 (गुजरात सामूहिक हत्याकांड) को नही भूलना चाहिए, जब अभिभावक अपनी संतानों के खून के प्यासे हो उठे थे। उससे भी अधिक दुर्भाग्यशाली बात यह है कि गांधी-जे०पी० लोहिया के देश में देशवासियों से बड़ी चूक हुई और पुन: ऐसे लोग सत्ता में आ गये।
गोपाल अग्रवाल
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